समय ही सम्पत्ति है जो समय का सम्मान नहीं करता तथा समय के साथ नहीं चलता उसको समय कभी माफ नहीं करता।
दिनांक 21-Apr-2018 को प्रकाशित । श्रेणी/श्रेणियां दैनिक विचार
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समय ही सम्पत्ति है जो समय का सम्मान नहीं करता तथा समय के साथ नहीं चलता उसको समय कभी माफ नहीं करता।
योग एक प्रामाणिक चिकित्सा विज्ञान के साथ-साथ एक श्रेष्ठतम् जीवन विज्ञान है। योगमात्रा स्वास्थ का स्वावलम्बन देने वाला महामन्त्रा ही नहीं अपितु योग समस्यों का समाधान है।
समय ही सम्पत्ति है जो समय का सम्मान नहीं करता तथा समय के साथ नहीं चलता उसको समय कभी भी मापफ नहीं करता।
धरती जैसा धैर्य, अग्नि जैसा तेज, वायु जैसा वेग, जल जैसी शीतलता व आकाश जैसी विराटता मेरे परमात्मा ने मुझे विरासत में दी है।
अतीत व्यतीत हो चुका है, भविष्यत अनागत है अतः जहाँ हो वहीं समग्रता से वर्तमान में जीना ही योग है।
फूल से अधिक कोमल स्वभाव एवं वज्र से अधिक कठोर अनुशासन व दृढ़ता वाली प्रकृति के लोग ही सच्चे अनुशास्ता, प्रशासक या नेता हो सकते हैं।