अतीत व्यतीत हो चुका है, भविष्यत अनागत है अतः जहाँ हो वहीं समग्रता से वर्तमान में जीना, ही योग है।
दिनांक 13-Apr-2017 को प्रकाशित । श्रेणी/श्रेणियां दैनिक विचार

अतीत व्यतीत हो चुका है, भविष्यत अनागत है अतः जहाँ हो वहीं समग्रता से वर्तमान में जीना, ही योग है।
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